वैसे तो राजस्थान में बहुत सारी झीलें है। लेकिन क्या आप जानते है कि राजस्थान में मीठे पानी की सबसे बड़ी झील कौनसी है? राजस्थान की मीठे पानी की सबसे बड़ी झील जयसमंद झील है। अगला सवाल ये है कि जयसमंद झील कहां है? तो आज के लेख में हम जयसमंद झील के बारें में विस्तार से जानेंगे।
आज के लेख में हम जानेंगे कि जयसमंद झील कहां है?, जयसमंद झील का इतिहास, जयसमंद झील में कितने टापू है, जयसमंद झील से कौन कौनसी नहरें निकाली गयी है आदि।
जयसमंद झील कहां है - सलूंबर
जयसमंद झील जिसे ढ़ेबर झील भी कहा जाता है। भारत के राजस्थान राज्य के सलूंबर जिले में स्थित है। यह सलूंबर से लगभग 35 किलोमीटर दूर गोमती नदी का पानी रोककर बनाई गई कृत्रिम झील है। जयसमंद झील के पूर्व में लसाड़िया का पठार स्थित है अर्थात जयसमंद झील लसाडिया के पठार के पश्चिम में स्थित है।
गोमती नदी ढ़ेबर दर्रे से निकलती है इस कारण जयसमंद झील को ढ़ेबर झील भी कहा जाता है।
दोस्तों हमने ये तो जान लिया है कि जयसमंद झील कहां है? अब हम जयसमंद झील का इतिहास और इससे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य जानेंगे।
जयसमंद झील का इतिहास
जयसमंद झील का निर्माण मेवाड़ के महाराणा जयसिंह ने 1685 से 1691 ई के मध्य करवाया था। यह भारत की तीसरी सबसे बड़ी कृत्रिम झील है और राजस्थान की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है।
जयसमंद झील राजस्थान की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है। जयसमंद झील को जलापूर्ति गोमती नदी द्वारा की जाती है तथा इसमें झावरी व बागर नदियां भी गिरती है।
जयसमंद झील की लंबाई 15 किलोमीटर तथा चौड़ाई 2 से लेकर 8 किलोमीटर तक है।
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जयसमंद झील की प्रमुख विशेषताएं
| पैरामीटर | विवरण |
|---|---|
| अन्य नाम | ढेबर झील (Dhebar Lake) |
| स्थान | सलूम्बर ज़िला, राजस्थान |
| निर्माण काल | लगभग 1685-91 ई. |
| क्षेत्रफल | लगभग 55 वर्ग किलोमीटर |
| जलग्रहण क्षमता | लगभग 1800 वर्ग किलोमीटर |
| लंबाई | लगभग 15 किमी |
| चौड़ाई | लगभग 2 से 8 किमी |
| प्रकार | कृत्रिम (मानव निर्मित) झील |
| पानी की गुणवत्ता के आधार पर प्रकार | मीठे पानी की झील |
जयसमंद झील में कितने टापू है?
जयसमंद झील पर कुल 7 टापू बने है, जिन पर मीणा तथा भील जनजाति के लोग रहते हैं। सबसे बड़ा टापू बाबा का भांगड़ा है और सबसे छोटा टापू प्यारी है।
जयसमंद झील में एक टापू पर आइसलैंड रिसोर्ट नाम का होटल है।
जयसमंद झील के बारें में महत्वपूर्ण तथ्य
नीचे जयसमंद झील के बारें में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य है, जिनसे परीक्षा में सीधे सवाल बनते है-
- सिंचाई हेतु जयसमंद झील से 2 नहरें- श्यामपुरा नहर व भाट नहर नामक नहरें निकाली गई है जिनसे सलूंबर जिले में सिंचाई की जाती है।
- जयसमंद झील की जलग्रहण क्षमता लगभग 1800 वर्ग किलोमीटर है।
- जयसमंद झील एशिया की दूसरी सबसे बड़ी कृत्रिम झील है।
- जयसमंद झील के किनारे चित्रित हवामहल और रूठी रानी का महल है जो महाराणा जयसिंह ने बनवाए थे।
- जयसमंद झील के पास ही पहाड़ी पर उतरी छोर पर महाराणा फतेह सिंह द्वारा बनवाये गए महल है तथा दक्षिणी छोर पर बने महल राजकुमार के महल कहलाते हैं।
- झील के पास ही महाराणा जयसिंह द्वारा निर्मित नर्मदेश्वर शिवालय स्थित है।
- जयसमंद झील के किनारे 6 औदिये स्थित है।
- औदिया का शाब्दिक अर्थ "अवलोकन स्तंभ" होता है। रियासत काल में हिंसक पशुओं को देखने के लिए बनाए गए झरोखे औदिये कहलाते थे।
FAQs: जयसमंद झील कहां है
जयसमंद झील को किस नाम से जाना जाता है?
गोमती नदी के ढ़ेबर दर्रे से निकलने के बाद ढ़ेबर झील बनाई जाती है, इस कारण इसे ढ़ेबर झील कहते है।जयसमंद झील किस जिले में स्थित है?
जयसमंद झील सलूंबर जिले में स्थित है।जयसमंद झील में किस नदी का पानी आता है?
जयसमंद झील में गोमती नदी का पानी आता है।जयसमंद झील किस नदी पर है?
जयसमंद झील गोमती नदी के पानी को रोककर बनाई गयी है।Conclusion
हमने इस लेख में "जयसमंद झील कहां है?" बताने के साथ ही जयसमंद झील से जुडी सारी जानकारी दी है। आशा है कि ये लेख आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगा। अगली बार जब भी आप सलूम्बर की यात्रा का प्लान बनाएं तो जयसमंद झील जरूर देखकर आएं। यहां आपको अनोखे प्राकृतिक नजारे देखने को मिलेंगे साथ ही आपको हमारी जानकारी कैसे लगी, कमेंट करके जरूर बताये।
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