राजस्थान को रेगिस्तान की भूमि कहा जाता है, लेकिन आपको यह जानकर विस्मय होगा कि इस सूखे मरुस्थल में भी कई सुंदर और विशाल झीलें मौजूद हैं। ये झीलें न केवल पर्यटकों को आकर्षित करती हैं बल्कि राजस्थान के पर्यावरण, खेती, उद्योग और जलसंचय में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। अब सवाल उठता है - राजस्थान की सबसे बड़ी झील कौन सी है? आइए विस्तार से जानते हैं राजस्थान की सबसे बड़ी झील कौन सी है?
राजस्थान की सबसे बड़ी झील कौन सी है? - साम्भर झील
राजस्थान की सबसे बड़ी झील सांभर झील है। सांभर झील तीन जिलों- जयपुर, अजमेर और नागौर की सीमाओं पर स्थित है। लेकिन सांभर झील को जयपुर जिले में माना जाता है। सांभर झील जयपुर शहर से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर है। सांभर झील एक बालसन झील है।
इस झील के आसपास का क्षेत्र बिल्कुल शुष्क और मरुस्थलीय है लेकिन झील की उपस्थिति इस क्षेत्र को जीवन योग्य बनाती है। यह झील अब एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन चुकी है। यहाँ का सूर्यास्त, नमक के मैदान और मंदिर सैलानियों को बहुत आकर्षित करते हैं।
साम्भर झील का आकार
सांभर झील का आकार अर्धचंद्राकार है। इसकी लंबाई 35 किलोमीटर और चौड़ाई तीन से 11 किलोमीटर तक है। सांभर झील का क्षेत्रफल लगभग 230 वर्ग किलोमीटर है तथा समुद्र तल से लगभग 360 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
भारत का सबसे बड़ा नमक उत्पादन केंद्र - साम्भर झील
सांभर झील भारत का सबसे बड़ा नमक उत्पादन केंद्र है। यहां से हर साल लगभग 2 लाख टन से अधिक नमक का उत्पादन होता है। ब्रिटिश काल से ही यहां नमक उत्पादन का काम किया जा रहा है। पहले झील के चारो और क्यारियाँ बनाई जाती है और फिर उसे सुखाकर वाष्पीकरण पद्धति से नमक उत्पादन किया जाता है।
सांभर झील से भारत के कुल नमक उत्पादन के 8.7% नमक का उत्पादन किया जाता है। इस कारण यह भारत की प्रमुख नमक उत्पादन केंद्र है। सांभर झील में नमक उत्पादन सांभर साल्ट्स लिमिटेड (Sambhar Salts Limited) कंपनी द्वारा किया जाता है जिसे SSL भी कहा जाता है। यह कंपनी राजस्थान सरकार तथा हिंदुस्तान साल्ट लिमिटेड के सयुंक्त आधिपत्य में है।
राजस्थान की दूसरी रामसर साइट - सांभर झील
सर्दियों में सांभर झील पर हजारों की संख्या में फ्लेमिंगो, पेलिकन, क्रेन और अन्य प्रवासी पक्षी आते हैं। सांभर झील को 1990 में रामसर साइट भी घोषित किया गया। सांभर झील राजस्थान की दूसरी रामसर साइट है।
साम्भर झील की उत्पति के बारे में लोक मान्यताएं
एक मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि शाकंभरी देवी के वरदान से यह झील बनी है। शाकंभरी देवी ने एक राजा की भक्ति से प्रसन्न होकर इस क्षेत्र को चांदी की भूमि के रूप में बदल दिया था लेकिन बाद में लालच के कारण होने वाली लूटपाट से बचाने के लिए देवी ने इसे नमक की झील में बदल दिया। शाकम्भरी देवी के नाम पर ही इस झील का नाम पड़ा। सांभर का प्राचीन नाम शाकम्भरी था। यहां शाकंभरी माता का प्राचीन मंदिर भी बना है।
सांभर झील के बारे में Quick Facts
| तथ्य | जानकारी |
|---|---|
| झील का नाम | साम्भर झील (Sambhar Lake) |
| प्रकार | खारे पानी की झील / बालसन झील |
| क्षेत्रफल | लगभग 230 वर्ग किमी |
| स्थान | जयपुर, नागौर, अजमेर |
| प्रमुख उपयोग | नमक उत्पादन, पर्यटन |
निष्कर्ष
अब आपको अपने सवाल का जवाब मिल गया होगा कि राजस्थान की सबसे बड़ी झील कौन सी है? राजस्थान की सबसे बड़ी झील साम्भर झील है।यह झील राजस्थान को एक अनूठा प्राकृतिक सौंदर्य तो देती ही है बल्कि राजस्थान की अर्थव्यवस्था में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। साम्भर झील सिर्फ आकार में बड़ी नहीं है अपितु राजस्थान के इतिहास, अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी की नजर से भी राजस्थान का अनमोल खजाना है।

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